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उपयोग - यह एक अंकुरण पश्चात अर्न्तप्रवाही खरपतवारनाशक है जो एक वर्षीय, बहुवर्षीय चोड़ी पत्ती तथा घास खरपतवार को नियंत्रित करता है। जब इसको पौधे की पत्तियों पर छिड़काव किया जाता है तब प्रवाही प्रक्रिया द्वारा पौधें की जड़ों और राइजोम तक पहुँकर खरपतवारों को जमीन के नीचे से ही खत्म करता है। यह कठिन नियंत्राण वाले खरपतवारों के लिये विशेषकर उपयोगी है। 120 ग्राम दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 120 ग्राम पाउच में। उपयोग - यह एक अर्न्तप्रवाही पफफूंदनाशक है जो गेहूँ के बीजोपचार के लिय किया जाता है जो बीज के बाहरी भाग और अन्दर द्दिपे रोगजनक को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करके गेहूँ में होने वाले अनावॢत कड़वा व झण्ड़ा कंड़वा रोग से बचाव करता है। बीजोपचार के लिये 2 ग्राम दवा प्रति कि ग्रा. बीज के लिये। पैकिंग - 100 ग्रा. पाउच में। उपयोग - यह एक नया स्पर्श द्वारा असर करने वाला पायरेथ्राइड कीटनाशक है जो कपास के कीटों जैसे डोडे की गुलाबी, चित्तिदार व अमेरिकन सुन्डी व सपेफद मक्खी की रोकथाम के लिये 100 मि ली. से 140 मि ली. दवा को 300 लीटर से 400 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 1 लीटर, 500 मिली. एल्यूमिनियम बोतल में। उपयोग - इसका उपयोग अंगूर के मृदुरोमिल आसिता, आलू, के पिछले मुलसा रोग कि रोकथाम में किया जाता है व बाजरा का मृदुरोमिल आसिता पैकिंग - 100 ग्राम, 250 ग्राम, व 500 ग्राम में मात्रा - 500 ग्राम एकड़ उपयोग - यह एक रक्षक एवं साध्य फफूंदनाशक जो पौधे में अर्न्तवाही व स्पर्शीय प्रक्रिय से मूंगफली पर लगने वाले पत्ती ध्ब्बा व रतुआ और धान पर लगने वाले सहसमारी रोगों को नियंत्रित करने के लिये 200 ग्रा. से 300 ग्रा. दवा को 200 से 300 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 500 ग्राम गत्ते के डिब्बे में। उपयोग - इसका उपयोग कपास में लगने वाले कीड़ों जैसे माहू, तेला, चूरदा तथा धान में भूरे पीठ व सफेद पीठ के फूदकों की रोकथाम के लिये 12 ग्रा. से 15 ग्रा. दवा को 120 लीटर से 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 75 ग्रा. प्लास्टिक बोतल,गत्ते के डिब्ब में। उपयोग - यह अर्न्तप्रवाही प्रक्रिया द्वारा आम, धान, अँगूर आदि फसलों पर लगने वाले रोग जैसे चूर्णीआसिता, पर्णच्छद अंगमारी की रोकथाम के लिये प्रति पेड़ के आकार के अनुसार 200 मि ली. दवा 100 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें। अँगूर की फसल के लिये 200 मि ली. से 400 मी. ली. दवा 200 ली. पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 1 लीटर, 500 मि ली. एल्यूमिनियम बोतल में। उपयोग - इसका उपयोग कपास की फसल पर लगने वाले अमेरीकन डोडे. की सुंडी की रोकथाम के लियें 400 मि. ली. दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 250 मि0 ली0, 500 मि0 ली0, 1 ली0 व 5 ली0 पर्ल-पैट बोतल में। उपयोग - इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की फसलों में लगने वाले पत्ती मोड़कव सभी प्रकार की सुंडियों की रोकथाम में किया जाता है । पैकिंग - 100 मि.ली., 250 मि. ली., 500 मि. ली., 1 ली. में उपयोग - इसका उपयोग धान में उगने वाली घासपात के अंकुरण से पहले उनकी रोकथाम में किया जाता है। जैसे मारफुला, सावंक, कोंदों, भांगरा, मोचकंद आदि में दवा की 1 लीटर से 1.200 लीटर मात्रा को 100 से 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ स्प्रे करें। पैकिंग - 1 लीटर, 5 लीटर प्लास्टिक बोतल में। पैकिंग - 250 मि0 ली0 प्लास्टिक बोतल में। |
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